बॉलीवुड की वो फिल्में जो बनी करिश्मा कपूर के लिए लकी , तीनों खानो के साथ काम करने पर चमक गई किस्मत
बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर ने साल 1991 में आई फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से फिल्मों में कदम रखा था , और उनका शुरुआती फिल्मी करिअर काफी शानदार रहा था। फिर 90 के दशक में जब गोविंदा के साथ करिश्मा कपूर की जोड़ी बनी तो बॉक्स ऑफिस पर इन्होंने हंगामा मचा दिया।
आपको बता दे की राजा बाबू, साजन चले ससुराल… जैसी कई सुपरहिट फिल्में देने वाली इस जोड़ी के प्रोजेक्ट का दर्शकों को बड़ी बेसब्री से इंजतार रहा करता था।
गोविंदा के साथ करिश्मा की फिल्में काफी अच्छी चल रही थी, उनका करिअर भी अच्छा चल रहा था, लेकिन इसके बावजूद करिश्मा अपने सक्सेस से खुश नहीं थीं।
रिपोर्ट्स की माने तो करिश्मा को जिस पहचान की तलाश थी, वह उन्हें नहीं मिल पा रही थी। उस दौर में जो रुतबा चूही चावला, रवीना टंडन का था, वैसा रुतबा करिश्मा को मिल नहीं पा रहा था। फिर एक बार करिश्मा कपूर ने एक बड़ा फैसला लिया और उनके इस फैसले के बाद उनके ख्वाब भी पूरे हो गए।
बता दे की दरअसल, उस दौरान करिश्मा कपूर मसाला टाइप की फिल्में नहीं करने का फैसला लिया था और इस वजह से वह गोविंदा से दूरी बना ली और ये जोड़ी 90 के दशक के अंत तक टूट गई।
हालांकि गोविंदा और करिश्मा के बाच रिश्तों में कभी कोई खटास नहीं आई और न ही कभी किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ, लेकिन करिश्मा को लगा कि अगर वह ए लिस्ट में शामिल होना चाहती हैं, तो उन्हें बॉलीवुड के तीनों खानों (सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान) के साथ काम करना पड़ेगा और फिर उन्होंने ऐसा ही किया।
वहीं, सलमान, शाहरुख और आमिर के साथ काम करते ही करिश्मा की किस्मत चमक उठी, उन्होंने अपना ब्लॉकबस्टर आमिर खान के साथ ‘राजा हिंदुस्तानी’ के रूप में दिया।
बता दे की इसके बाद उनकी दूसरी ब्लॉकबस्टर शाहरुख के साथ ‘दिल तो पागल है’ के रूप में सामने आई, और तीसरी ब्लॉकबस्टर फिल्म उनकी ‘हम साथ साथ हैं’ थी।
इन 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम करने के बाद करिश्मा का नाम ए लिस्ट एक्ट्रेस की लिस्ट में शुमार हो गया और देखते ही देखते उनके शानदार अभिनय ने उन्होंने दुनियाभर में जबरदस्त पहचान दिलाई।