Govinda पत्नी को देते है गाली, सुनीता बोलीं- यकीन नहीं होता वो मेरा पति है
Govinda : दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने पति और परिवार के साथ रिश्तों पर खुलकर बात की। सुनीता ने बताया कि उनके और गोविंदा के बीच कोई सामान्य पति-पत्नी जैसा व्यवहार नहीं है। उन्होंने कहा, “आज तक मुझे नहीं लगता कि हम पति-पत्नी हैं।”
एक-दूसरे को गाली देते हैं
सुनीता ने मजाकिया अंदाज में बताया कि वह और गोविंदा एक-दूसरे को गाली देते रहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं अक्सर Govinda से पूछती हूं, ‘तू क्या मेरा पति है बे?’ मुझे अभी भी विश्वास नहीं होता।”
उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे के दोस्त भी कहते हैं, “काश हमारी मां भी आपकी तरह होती।” सुनीता ने यह भी जोड़ा कि वह कभी झूठ नहीं बोलतीं और झूठ बोलने वालों को पसंद भी नहीं करतीं।
इमोशनल लेकिन मूर्ख नहीं
सुनीता ने खुद को इमोशनल बताया, खासतौर पर अपने परिवार, बच्चों और पति के लिए। उन्होंने कहा, “दिखने में मैं बहुत स्ट्रॉन्ग लगती हूं, लेकिन मैं मूर्ख नहीं हूं।”
गोविंदा की सलाह और सास का सम्मान
सुनीता ने अपनी शादी के शुरुआती दिनों की एक घटना साझा की, जब उन्होंने गोविंदा की मां के लिए मिनीस्कर्ट की जगह साड़ी पहनना शुरू किया था।
उन्होंने गोविंदा की सलाह को याद करते हुए कहा, “चीची ने मुझसे कहा था कि मेरी मां को मिनीस्कर्ट पसंद नहीं आएगी। मैंने तुरंत कहा, ‘ठीक है, साड़ी पहनते हैं। इससे क्या फर्क पड़ता है।'” सुनीता ने बताया कि उन्हें अपनी सास को किसी भी तरह खुश करना था, इसलिए उन्होंने यह बदलाव खुशी-खुशी किया।
गोविंदा से नहीं, सास से सीखा
सुनीता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने गोविंदा से कुछ नहीं सीखा, लेकिन उनकी मां से बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, “गोविंदा को तो मैंने सिखाया है।”
सास की बात मानी, गोविंदा के लिए सब कुछ सहा
सुनीता ने बताया कि जब उनकी शादी हुई, तब उनकी उम्र सिर्फ 18 साल थी। लेकिन वह अपने पति से बहुत प्यार करती थीं और हर तरह के एडजस्टमेंट के लिए तैयार थीं।
उन्होंने कहा, “चीची ने पहले ही बता दिया था कि जब तक मां हैं, उनकी बात माननी पड़ेगी। उसके बाद जो तुम कहोगी, वही होगा।” सुनीता ने यह भी बताया कि शादी के बाद वह जॉइंट फैमिली में रहीं और गोविंदा के लिए सब कुछ बर्दाश्त किया।
बेटी टीना की दिलचस्प बात
गोविंदा की बेटी टीना ने भी एक दिलचस्प बात साझा की। उन्होंने बताया कि लोग उन्हें ऑडिशन के लिए बुलाने से डरते थे, यह सोचकर कि वह गोविंदा की बेटी हैं और कहीं कुछ गड़बड़ न हो जाए। सुनीता ने अपनी बेटी को सिखाया है कि किसी भी बात का लोड न लो और वही करो जो तुम्हें सही लगे।