Priyanka Chopra को मजबूरी में करनी पड़ी थी सरोगेसी, इसलिए नहीं हो पाई थीं प्रेग्नेंट
Priyanka Chopra : प्रियंका चोपड़ा ने साल 2018 में अमेरिकी सिंगर और एक्टर निक जोनस से शादी की थी। शादी के करीब पांच साल बाद, यानी 2022 में, प्रियंका ने सरोगेसी की मदद से एक प्यारी सी बेटी, मालती मैरी चोपड़ा जोनस, का स्वागत किया।
सरोगेसी का सहारा क्यों लिया प्रियंका ने?
बेटी के जन्म के बाद Priyanka Chopra ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने सरोगेसी का रास्ता क्यों चुना। उन्होंने कहा कि फर्टिलिटी से जुड़ी कोई समस्या नहीं थी, लेकिन वह अन्य शारीरिक परेशानियों से जूझ रही थीं।
मेडिकल समस्याओं के चलते लिया फैसला
प्रियंका ने इंटरव्यू में कहा, “मुझे कुछ मेडिकल समस्याएं थीं, जिनकी वजह से यह जरूरी हो गया था कि मैं मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा लूं। उस समय मैं ऐसा करने में सक्षम थी।”
सरोगेट मदर का जिक्र
प्रियंका ने यह भी बताया कि उनकी सरोगेट मदर बहुत दयालु, उदार और मजेदार थीं। उन्होंने कहा, “हमारी सरोगेट मदर ने छह महीने तक हमारी इस प्यारी सी गुड़िया का बहुत ध्यान रखा। हम उनके प्रति हमेशा आभारी रहेंगे।”
प्रियंका चोपड़ा ने अपनी बेटी मालती मैरी चोपड़ा जोनस के जन्म से जुड़े कई अहम खुलासे किए। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी तय समय से 12 हफ्ते पहले ही पैदा हो गई थी, जिसकी वजह से उसकी हालत नाजुक हो गई थी। इस दौरान प्रियंका को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, साथ ही सरोगेसी के चलते उन्हें लोगों की आलोचना भी झेलनी पड़ी।
“लोग नहीं जानते कि मुझे किस तरह का दर्द हो रहा था”
प्रियंका ने कहा, “लोगों ने मेरी आलोचना की, लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आया कि मैं उस समय किस दौर से गुजर रही थी। उन्हें नहीं पता कि मुझे किस तरह का दर्द हो रहा था। इसी कारण मैंने अपनी और बेटी की मेडिकल हिस्ट्री को सार्वजनिक नहीं करने का फैसला किया। इसका मतलब यह नहीं है कि किसी को मुझे कारण बताने का अधिकार है।”
मां बनने की चाहत और चुनौतियां
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रियंका चोपड़ा शादी के बाद से ही मां बनना चाहती थीं, लेकिन अपने व्यस्त शेड्यूल के चलते वह ऐसा नहीं कर पाईं। प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने अपने एग्स फ्रीज करवाने का फैसला तब लिया था, जब वह न तो शादीशुदा थीं और न ही निक जोनस को डेट कर रही थीं।
बेटी के साथ संघर्ष का सफर
प्रियंका ने बताया, “मेरी बेटी 12 हफ्ते पहले पैदा हुई थी। उसकी हालत थोड़ी बिगड़ गई थी, लेकिन हमारी सरोगेट मदर और डॉक्टरों ने बहुत साथ दिया।” उन्होंने आगे कहा कि यह एक भावनात्मक और शारीरिक रूप से कठिन दौर था, लेकिन अब वह और उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ हैं।
प्रियंका की यह कहानी बताती है कि मां बनने का सफर हमेशा आसान नहीं होता, और किसी की निजी जिंदगी को समझे बिना उस पर सवाल उठाना अनुचित है।