24 वर्ष बाद सावन सोमवार और नागपंचमी एक साथ, ऐसे करें पूजा, मिलेगा दोगुना आशीर्वाद
भगवान भोलनाथ के प्रिय माह सावन का महीना इस बार बेहद खास है. 59 दिनों के आठ सोमवार वाले इस सावन में नाग पंचमी (Nag Panchami) और सावन के सोमवार का आज अद्भुत संयोग है. भगवान भोले को अति प्रिय यह दोनों खास दिन 24 साल बाद एक साथ है. ऐसे में आप इस खास दिन पर भगवान शिव के साथ नाग देवता का भी आशीर्वाद पा सकते हैं और अपने जीवन के कष्टों को दूर कर सकते हैं.
पंचाग के मुताबिक, नाग पंचमी का पर्व सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. इस बार पंचमी तिथि सावन के सोमवार को है. काशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि इस दिन वासुकी नाग की पूजा होती हैं. इसके साथ ही भगवान शंकर को जल, दूध और लावा भी अर्पण किया जाता है.
सावन के सोमवार और नाग पंचमी एक साथ होने के कारण इस दिन नाग देवता के पूजा से भगवान भोले का छप्पड़ फाड़ आशीर्वाद भक्तों को मिलेगा. इसके अलावा, नाग दंश का भय भी दूर होगा. साथ ही, वैवाहिक कलेश भी मिटेंगे. ऐसे दुर्लभ संयोग बहुत कम ही होते हैं. इस दिन इस खास संयोग के अलावा शुभ नामक योग भी बन रहा है. जिसमें पूजा से दोगुने फल की प्राप्ति होगी.
इस समय में करें पूजा
पंचाग के अनुसार सोमवार 21 अगस्त को नाग पूजा के लिए सुबह 6 बज कर 20 मिनट से 11 बज कर 5 मिनट का समय बेहद शुभ है. इसके अलावा, शाम को 5 बज कर 27 मिनट से 8 बज कर 30 मिनट तक के बीच भी भगवान शिव के पूजा के लिए अच्छा मुहूर्त है.