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Stock Market : नए साल के पहले दिन बाजार में उतार-चढ़ाव, कौन सा शेयर दिखा सबसे तेज और किसने दी सबसे बड़ी गिरावट

Stock Market : नए साल के पहले दिन बाजार में उतार-चढ़ाव, कौन सा शेयर दिखा सबसे तेज और किसने दी सबसे बड़ी गिरावट

Stock Market : नए साल का पहला कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजारों के लिए निराशाजनक रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ खुले और पूरे दिन गिरते रहे। अंत में, सेंसेक्स 170 अंक या 0.3% की गिरावट के साथ 55,468.34 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 अंक या 0.4% की गिरावट के साथ 16,546.60 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 लाल निशान के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट बजाज फाइनेंस के शेयरों में आई, जो 3.1% गिरकर 5,218.40 पर बंद हुए। इसके बाद, एचडीएफसी बैंक के शेयर 2.8% गिरकर 746.25 पर बंद हुए, और टाटा स्टील के शेयर 2.7% गिरकर 1,092.40 पर बंद हुए।

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सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 24 गिरावट में थे, जबकि केवल 6 बढ़त में थे। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील के शेयर में रही, जो 3.5% गिरकर 1,170.50 रुपये पर बंद हुआ। इसके बाद एलएंडटी (-3.4%), एचडीएफसी बैंक (-3.2%), इंडसइंड बैंक (-3.1%) और बजाज फाइनेंस (-2.9%) का स्थान रहा।

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दूसरी ओर, सबसे ज्यादा तेजी टाटा मोटर्स के शेयर में रही, जो 3.3% बढ़कर 765.40 रुपये पर बंद हुआ। इसके बाद एशियन पेंट्स (2.9%), इंफोसिस (2.8%), टीसीएस (2.6%) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.5%) का स्थान रहा।

इसके विपरीत, केवल 7 शेयरों में तेजी आई। सबसे ज्यादा तेजी टाटा मोटर्स के शेयरों में आई, जो 2.6% बढ़कर 464.75 पर बंद हुए। इसके बाद, इंफोसिस के शेयर 2.1% बढ़कर 1,545.40 पर बंद हुए, और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर 1.8% बढ़कर 2,261.50 पर बंद हुए।

Stock Market में तेजी और गिरावट के कारण

शेयर बाजार में गिरावट के कई कारण हैं। एक कारण यह है कि विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से पैसा निकालना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ सप्ताहों में, विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से लगभग 10 अरब डॉलर निकाले हैं।

दूसरा कारण यह है कि वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ रही है। अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी और चीन में आर्थिक मंदी की आशंका से वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ रही है।

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तीसरा कारण यह है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ रही है। भारत में महंगाई बढ़ रही है और आर्थिक विकास दर घट रही है। इन सभी कारणों से भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट आई है।

Stock Market में भविष्य की संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि नए साल में भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका और भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से शेयर बाजारों पर दबाव बना रहेगा। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजारों में लंबी अवधि में तेजी की संभावना है।

निवेशकों के लिए सलाह

इस समय, निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। उन्हें यह देखना चाहिए कि शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव जारी रहता है या नहीं। अगर उतार-चढ़ाव जारी रहता है, तो निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को पुनर्गठित करना चाहिए और जोखिम कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।

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नया साल 2024 की शुरुआत भारतीय शेयर बाजारों के लिए अच्छी नहीं रही। सोमवार, 1 जनवरी 2024 को शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला और दिनभर गिरावट के साथ ही बंद हुआ।

सेंसेक्स 170 अंक गिरकर 72,240 पर बंद हुआ

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 170.28 अंक या 0.23% की गिरावट के साथ 72,240.70 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 47.25 अंक या 0.26% की गिरावट के साथ 12,182.25 पर बंद हुआ।

सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल थे:

  • भारती एयरटेल (-3.25%)
  • टाटा स्टील (-2.87%)
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज (-2.74%)
  • इन्फोसिस (-2.68%)
  • आईसीआईसीआई बैंक (-2.62%)
  • सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयर

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल 7 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा बढ़ने वाले शेयरों में शामिल थे:

  • टाटा मोटर्स (2.87%)
  • बजाज ऑटो (2.07%)
  • एचडीएफसी बैंक (1.85%)
  • एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस (1.77%)
  • इंडसइंड बैंक (1.75%)
  • शेयर बाजार गिरावट के कारण

शेयर बाजार की गिरावट के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। इनमें शामिल हैं:

  • वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों का दबाव
  • भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ती मंदी की आशंका
  • रूस-यूक्रेन युद्ध का जारी रहना
  • आगामी सप्ताह के लिए बाजार की संभावनाएं

आगामी सप्ताह के लिए बाजार की संभावनाएं मिश्रित हैं। वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों का दबाव जारी रहने की संभावना है, जिससे भारतीय शेयर बाजारों पर दबाव बना रहेगा। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका कम होने की संभावना है, जिससे बाजारों को कुछ राहत मिल सकती है।

कुल मिलाकर, नए साल के पहले दिन शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। हालांकि, आगामी सप्ताह के लिए बाजार की संभावनाएं मिश्रित हैं।

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