Adani-Hindenburg Case : गौतम अडानी को सुप्रीम कोर्ट से मिली गुड न्यूज, निवेशकों के लिए लिए Happy साबित हुआ न्यू ईयर, मार्केट कैप 15 लाख करोड़ के पार
Adani-Hindenburg Case : अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर अडानी समूह के खिलाफ सेबी की जांच को रद्द कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अडानी समूह के शेयरों में 10% से अधिक की तेजी आई। अदानी ग्रीन एनर्जी, अडानी विल्मर, अदानी एंटरप्राइजेज और अडानी पावर के शेयरों में पांच से छह फीसदी तक की तेजी आई। इसी तरह अडानी पोर्ट्स में तीन फीसदी तक तेजी दिख रही है।
Adani-Hindenburg Case
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अडानी समूह की छवि को काफी फायदा होगा। इस फैसले से यह साबित हो गया है कि अडानी समूह पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद थे।
BREAKING| Supreme Court Refuses SIT Probe In Adani-Hindenburg Case; Endorses SEBI Probe, Regulations#SupremeCourt #AdaniGroup #Hindenburg https://t.co/WIR2Fb0j9u
— Live Law (@LiveLawIndia) January 3, 2024
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। अडानी ग्रुप अब भारत का सबसे मूल्यवान कंपनी समूह बन गया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निवेशकों को भी काफी फायदा हुआ है। अडानी समूह के शेयरों में तेजी से निवेशकों की संपत्ति में काफी बढ़ोतरी हुई है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोप
हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों में अडानी समूह पर गलत तरीके से सरकारी नीतियों का लाभ उठाने, भ्रष्टाचार में शामिल होने और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप शामिल थे।
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अडानी समूह ने इन आरोपों का खंडन किया था। अडानी समूह ने कहा था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर सेबी की जांच अवैध थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सेबी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर जांच करने से पहले अडानी समूह को नोटिस देना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सेबी ने अडानी समूह को नोटिस दिए बिना ही जांच शुरू कर दी थी।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अडानी समूह को काफी फायदा हुआ है। इस फैसले से अडानी समूह की छवि को काफी फायदा हुआ है। साथ ही इस फैसले से निवेशकों को भी काफी फायदा हुआ है।
भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। कोर्ट ने अडानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर सेबी की जांच को रोक दिया। इस फैसले के बाद अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सेबी की जांच के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। कोर्ट ने सेबी को तीन महीने के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया है।
अडानी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है। समूह ने कहा है कि यह रिपोर्ट निराधार और मनगढ़ंत है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अडानी समूह की छवि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह फैसला समूह के भविष्य के विस्तार के लिए भी एक बड़ी राहत है।
शेयर बाजार में अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त तेजी
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई। अदानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 14.75% की तेजी आई और यह 1,178 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया। अदानी विल्मर के शेयरों में 15.02% की तेजी आई और यह 501.10 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया। अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 20.08% की तेजी आई और यह 2,883.95 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया।
इस तेजी के साथ अदानी ग्रुप का मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय कंपनी का मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
अडानी समूह की मजबूत वित्तीय स्थिति
अडानी समूह की मजबूत वित्तीय स्थिति भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले में मददगार रही है। समूह के पास पर्याप्त मात्रा में तरलता है और यह अपने कर्जों का भुगतान करने में सक्षम है।
अडानी समूह भारत की सबसे तेजी से बढ़ती कंपनियों में से एक है। समूह ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, परिवहन और रिटेल जैसे क्षेत्रों में काम करता है। समूह के पास भारत में कई बड़े परियोजनाएं हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अडानी समूह के भविष्य के विस्तार को और बढ़ावा मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का निवेशकों पर असर
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अडानी समूह के शेयरधारकों और निवेशकों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इस फैसले से अडानी समूह की छवि में सुधार होगा और इससे समूह की कंपनियों के शेयरों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निवेशकों को यह भी उम्मीद है कि अडानी समूह की कंपनियां भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगी।