IND vs AUS : स्मृति मंधाना का बल्ले से धूम-धड़ाका, रोहित-कोहली के क्लब में नाम हुआ दर्ज

IND vs AUS : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 11 जनवरी, 2024 को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेले गए पहले टी20I मैच में 2 रन बनाते ही टी20I क्रिकेट में 3000 रन का आंकड़ा छू लिया। वह ऐसा करने वाली दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं। इससे पहले हरमनप्रीत कौर ने 2023 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
मंधाना ने अपने टी20I करियर में अब तक 122 मैचों में 3000 रन बनाए हैं। उनका औसत 41.73 है और उनका स्ट्राइक रेट 133.10 है। उन्होंने टी20I क्रिकेट में 12 अर्धशतक और 3 शतक भी बनाए हैं।
मंधाना का टी20I करियर काफी सफल रहा है। वह भारत की सबसे सफल महिला टी20I बल्लेबाजों में से एक हैं। वह टी20I क्रिकेट में सबसे तेज 3000 रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर भी हैं। उन्होंने यह उपलब्धि अपनी 122वीं टी20 पारी में हासिल की है।

मंधाना के इस उपलब्धि पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें बधाई दी है। BCCI ने ट्वीट कर कहा, “स्मृति मंधाना ने टी20I क्रिकेट में 3000 रन का आंकड़ा छू लिया है। उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई। वह एक प्रेरणा हैं।”
मंधाना के इस उपलब्धि से भारतीय महिला क्रिकेट टीम को काफी फायदा होगा। वह टीम की बल्लेबाजी लाइनअप में एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। उनके पास अनुभव और कौशल है, जो टीम को जीत दिलाने में मदद कर सकता है।
मंधाना की इस उपलब्धि से भारतीय महिला क्रिकेट का भी गौरव बढ़ा है। वह दुनिया की कुछ सबसे सफल महिला क्रिकेटरों में से एक हैं। उनकी उपलब्धि से अन्य महिला क्रिकेटरों को भी प्रेरणा मिलेगी।
IND vs AUS Smriti Mandhana
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना एक तूफान हैं। वह मैदान पर आते ही गेंदबाजों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच देती हैं, खासकर जब ऑस्ट्रेलिया उनकी विरोधी टीम हो। हाल ही में संपन्न तीन मैचों की टी20 सीरीज में मंधाना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए कितनी बड़ी चुनौती हैं।
11 जनवरी को खेले गए सीरीज के पहले मैच में, मंधाना ने भारत को पहली ही गेंद से आक्रामक लय में ला दिया। उनके शानदार 79 रनों की बदौलत भारत ने बड़े आराम से 9 विकेट की जीत दर्ज की। उन्होंने अपनी पारी में पावर प्ले का भरपूर फायदा उठाया और चौकों छक्कों की बारिश कर दी। उनके सटीक कट ड्राइव और शक्तिशाली पुल शॉट देखने लायक थे।

दूसरे टी20 मैच में, ऑस्ट्रेलिया ने रणनीति बदली और मंधाना को जल्दी आउट करने की कोशिश की। लेकिन वह अपने इरादे पर अडिग रहीं और 61 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। हालांकि, भारत इस मैच में हार गया, लेकिन मंधाना का प्रदर्शन किसी तसल्ली से कम नहीं था।
सीरीज के आखिरी मैच में, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने उनकी लय को रोकने का पूरा प्रयास किया, लेकिन मंधाना फिर से हावी रहीं। उन्होंने 46 रन बनाए और भारत को एक सहज जीत दिलाई। हालांकि यह पारी उनकी पिछली पारियों जितनी विस्फोटक नहीं थी, लेकिन वह फिर से टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने में सफल रहीं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंधाना का यह दबदबा कोई नया कारनामा नहीं है। 2017 के विश्व कप फाइनल में उन्होंने अर्धशतक लगाकर भारत को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। 2023 में हुए महिला बिग बैश लीग में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ विदेशी खिलाड़ी का पुरस्कार जीता था।

मंधाना का सबसे बड़ा हथियार उनकी आक्रामक बल्लेबाजी है। वह बिना किसी डर के किसी भी गेंदबाज पर हावी हो सकती हैं। उनके पास शॉट्स का एक विस्तृत शस्त्रागार है और वह गेंद को मैदान के किसी भी कोने में भेज सकती हैं। इसके अलावा, वह दबाव में शांत रहती हैं और बड़े मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए जानी जाती हैं।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मंधाना की रणनीति को समझने के लिए लगातार परेशान रहते हैं। वह आक्रामक रवैया अपनाकर विरोधी कप्तानों को गेंदबाजी में फेरबदल करने पर विवश कर देती हैं। उनके बल्लेबाजी कौशल के अलावा, वह एक बेहतरीन फील्डर भी हैं और अक्सर कैच लेकर विरोधी बल्लेबाजों को परेशान करती हैं।

मंधाना भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य हैं। वह न केवल एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक हस्ती भी हैं। उनकी मेहनत और लगन युवा लड़कियों को क्रिकेट के मैदान की ओर आकर्षित कर रही है। उनकी कहानी बताती है कि अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं और खुद पर विश्वास रखते हैं, तो आप अपना कोई भी सपना पूरा कर सकते हैं।
स्मृति मंधाना का खेल देखना किसी तमाशे से कम नहीं है। वह मैदान पर एक तूफान की तरह आती हैं और विपक्षी गेंदबाजों के लिए तबाही मचा देती हैं।