Maldives Controversy : मालदीव की सारी बुकिंग हुए कैंसिल, PM मोदी पर टिप्पणी के बाद भारतीयों ने दिखाया आईना!
Maldives Controversy : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव के मंत्रियों ने भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इन टिप्पणियों के विरोध में भारत में #BoycottMaldives ट्रेंड शुरू हुआ। इस ट्रेंड के बाद भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों ने अपनी बुकिंग कैंसिल कर दी।
मालदीव की पर्यटन उद्योग पर इस ट्रेंड का भारी असर पड़ा है। मालदीव के अधिकारियों का कहना है कि इस ट्रेंड के बाद मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 80% की कमी आई है।
#BoycottMaldives ट्रेंड कैसे शुरू हुआ
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद ट्वीट किया था कि “भारतीय प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप की यात्रा करके मालदीव की संप्रभुता का उल्लंघन किया है।” इस ट्वीट के बाद मालदीव के अन्य मंत्रियों ने भी भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी।
इन टिप्पणियों के विरोध में भारत में #BoycottMaldives ट्रेंड शुरू हुआ। इस ट्रेंड में लोगों ने मालदीव के उत्पादों का बहिष्कार करने और मालदीव जाने से मना करने का आह्वान किया।
Maldives Controversy की पर्यटन उद्योग पर पड़ा असर
#BoycottMaldives ट्रेंड के बाद मालदीव की पर्यटन उद्योग पर भारी असर पड़ा है। मालदीव के अधिकारियों का कहना है कि इस ट्रेंड के बाद मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 80% की कमी आई है।
मालदीव की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है। मालदीव में हर साल लाखों भारतीय पर्यटक आते हैं। #BoycottMaldives ट्रेंड के कारण मालदीव की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है।
Maldives Controversy पर सरकार ने माफी मांगी
मालदीव सरकार ने भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के लिए माफी मांगी है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने ट्वीट किया है कि “हम भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देते हैं। हम भारत के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणियों के लिए माफी मांगते हैं।”
हालांकि, भारत ने अभी तक मालदीव सरकार की माफी को स्वीकार नहीं किया है। भारत सरकार का कहना है कि मालदीव सरकार को भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले मंत्रियों को बर्खास्त करना चाहिए।
Maldives Controversy से पर्यटकों में भारी गिरावट
मालदीव के पर्यटन अधिकारियों के अनुसार, भारत से मालदीव आने वाले पर्यटकों की संख्या में 90% से अधिक की गिरावट आई है। जनवरी से मार्च तक मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 1 लाख से कम रही है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 10 लाख से अधिक थी।
मालदीव सरकार की प्रतिक्रिया
मालदीव सरकार ने भारतीय पर्यटकों की नाराजगी को दूर करने के लिए कई प्रयास किए हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणियां व्यक्तिगत थीं और उनका मालदीव के भारत के साथ संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
हालांकि, भारतीय पर्यटकों को मालदीव की यात्रा करने से रोकने के लिए कई सोशल मीडिया अभियान भी शुरू किए गए हैं। इन अभियानों में मालदीव में मानवाधिकारों के हनन और आतंकवादियों के ठिकानों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
पर्यटन उद्योग को हुआ भारी नुकसान
मालदीव की यात्रा कैंसिल होने से पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। मालदीव में पर्यटन से होने वाली आय का लगभग 70% हिस्सा भारतीय पर्यटकों से आता है। पर्यटकों की कमी के कारण मालदीव के होटल, रेस्तरां और अन्य पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
मालदीव के पर्यटन मंत्री अब्दुल्लाह जहीर ने कहा कि #BoycottMaldives ट्रेंड के चलते मालदीव के पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेंड के कारण मालदीव में आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 80% की कमी आई है।
मालदीव के पर्यटन उद्योग के लिए यह बहुत बड़ा झटका है। मालदीव के पर्यटन उद्योग से देश की अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होता है। लेकिन #BoycottMaldives ट्रेंड के चलते मालदीव के पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है।
इस ट्रेंड के चलते मालदीव की कई होटलों और एयरलाइंस को भी नुकसान हुआ है। कई होटलों ने अपने कर्मचारियों को छुट्टी दे दी है। कई एयरलाइंस ने मालदीव के लिए अपनी उड़ानें कम कर दी हैं।
मालदीव के मंत्रियों की अभद्र टिप्पणियों के बाद भारत सरकार ने भी मालदीव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है। भारत सरकार ने मालदीव को 16,000 करोड़ रुपये का कर्ज देने से मना कर दिया है। इसके अलावा, भारत सरकार ने मालदीव के साथ कई व्यापारिक समझौतों को भी रद्द कर दिया है।
भारत और मालदीव के बीच तनाव के चलते दोनों देशों के रिश्ते खराब हुए हैं। इस तनाव का असर दोनों देशों के पर्यटन उद्योग पर भी पड़ रहा है।
भविष्य अनिश्चित
मालदीव की यात्रा कैंसिल होने से मालदीव के भारत के साथ संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। मालदीव के मंत्री अभी भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर की गई टिप्पणियों पर अड़े हुए हैं। इस कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।