PM Modi : नाशिक के कालाराम मंदिर में पीएम मोदीने की साफ-सफाई, बाल्टी में पानी भरकर लगाया पोछा, सामने आया VIDEO
PM Modi : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी, 2024 को नाशिक के कालाराम मंदिर में साफ-सफाई की। उन्होंने मंदिर के परिसर में झाड़ू लगाई और फर्श पर पोछा लगाया। मोदी ने मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर सफाई की।
मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पीएम मोदी ने मंदिर परिसर में घूमकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर के आसपास के क्षेत्र में भी सफाई का काम किया। उन्होंने खुद बाल्टी में पानी भरकर मंदिर परिसर की सफाई की। इस दौरान उन्होंने मंदिर के पुजारी और अन्य लोगों से भी बात की।
PM Modi ने कालाराम मंदिर में की साफ-सफाई
मोदी ने मंदिर के गर्भगृह में भी प्रवेश किया और वहां की भी सफाई की। उन्होंने मंदिर के दीवारों और छतों को साफ किया। मोदी ने मंदिर के अंदर और बाहर की सफाई की। मोदी की सफाई को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने मोदी की सफाई को सराहनीय बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने साधारण लोगों की तरह मंदिर की सफाई की। इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि मंदिरों की सफाई से ही मंदिर की भव्यता और सुंदरता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि मंदिरों की सफाई करना हर हिंदू का कर्तव्य है। पीएम मोदी के मंदिर परिसर की सफाई करने के कदम को लोगों ने सराहना की है। लोगों का मानना है कि पीएम मोदी का यह कदम समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा। कालाराम मंदिर नाशिक का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।
PM Modi की सफाई को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल
मोदी की सफाई को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने मोदी की सफाई को सराहनीय बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने साधारण लोगों की तरह मंदिर की सफाई की। इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी। कुछ लोगों ने मोदी की सफाई को राजनीतिक स्टंट बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने चुनाव के मद्देनजर ऐसा किया है।
PM Modi की सफाई का उद्देश्य
मोदी की सफाई का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना बताया गया है। मोदी ने कहा कि स्वच्छता देश की तरक्की के लिए जरूरी है। मोदी ने कहा, “स्वच्छता एक राष्ट्रीय अभियान है। हम सबको मिलकर इस अभियान में भाग लेना चाहिए।”
#WATCH | PM Modi took part in ‘Swachhata Abhiyan’ today at the Kalaram temple in Maharashtra’s Nashik
The PM had also appealed to everyone to carry out Swachhata activities at temples across the country. pic.twitter.com/80C9nXRCI1
— ANI (@ANI) January 12, 2024
PM Modi का कालाराम मंदिर से जुड़ा इतिहास
PM Modi का कालाराम मंदिर से पुराना संबंध है। वह अक्सर इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। मोदी ने मंदिर में कई विकास कार्य भी किए हैं। मोदी ने मंदिर में एक भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण कराया है। उन्होंने मंदिर के परिसर में एक विशाल पार्क भी बनाया है।
मोदी का जन्म और परवरिश नासिक में हुई है। नासिक में कालाराम मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है। मोदी ने बचपन से ही इस मंदिर में दर्शन करने आते थे।
PM Modi का कालाराम मंदिर से बचपन से ही जुड़ाव रहा है। वह अक्सर अपने परिवार के साथ इस मंदिर में दर्शन करने आते थे। मोदी के पिता दामोदरदास मोदी कालाराम मंदिर के पुजारी के मित्र थे। इसलिए, मोदी बचपन से ही मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों को जानते थे।
मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने मंदिर में कई विकास कार्य किए। उन्होंने मंदिर में एक भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण कराया है। उन्होंने मंदिर के परिसर में एक विशाल पार्क भी बनाया है।
मोदी की सफाई से कालाराम मंदिर की छवि और भी चमक गई है। पीएम मोदी ने कहा कि मंदिरों की साफ-सफाई से उनकी सुंदरता और पवित्रता बढ़ती है। उन्होंने लोगों से भी मंदिरों की सफाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। पीएम मोदी ने मंदिर में दर्शन भी किए। उन्होंने मंदिर के पुजारियों से बातचीत की और उनका आशीर्वाद लिया।
पीएम मोदी के इस कदम की देशभर में सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि पीएम मोदी ने एक बहुत ही अच्छा संदेश दिया है। उन्होंने दिखाया है कि हर किसी को अपने आस-पास की सफाई में अपना योगदान देना चाहिए। पीएम मोदी के इस कदम से नासिक के लोगों में भी उत्साह है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इस कदम से लोगों में मंदिरों की सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
पीएम मोदी के इस कदम का एक बड़ा संदेश यह भी है कि वे देश के सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान करते हैं। उन्होंने मंदिर में दर्शन करके और सफाई करके यह दिखाया है कि वे सभी धर्मों के लोगों के लिए समान हैं।