Rekha को न मिला प्यार, नहीं हुई बच्चे, 3 महीने में पति’ रेखा की दर्दभरी कहानी..
Rekha : हिंदी फिल्मों की सुपरस्टार Rekha अपनी अनोखी अभिनय क्षमता और स्टाइल के लिए जानी जाती हैं। 69 साल की उम्र में भी फैंस उनकी खूबसूरती और दिलकश अदाओं पर फिदा हैं।
एक दर्दनाक निजी जीवन
रेखा की पर्सनल लाइफ भी काफी सुर्खियों में रही है. उनका नाम लंबे समय तक बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ जुड़ा रहा। रेखा और अमिताभ बच्चन दोनों को कभी भी सार्वजनिक रूप से इस रिश्ते के बारे में खुलकर बात करते नहीं देखा गया है।
रेखा और अमिताभ बच्चन का रिश्ता
अफवाहों के मुताबिक, रेखा और अमिताभ बच्चन का प्रेम प्रसंग 1976 में शुरू हुआ, जब दोनों फिल्म ‘दो अनजाने’ में साथ काम कर रहे थे। रेखा के लिए ये रिश्ता बहुत अहम था, लेकिन उस वक्त अमिताभ बच्चन शादीशुदा थे, जिसके चलते ये रिश्ता आगे नहीं बढ़ सका।
मुकेश अग्रवाल से शादी और दुखद अंत
इसके बाद 1990 में रेखा ने दिल्ली के बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी कर ली। यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई और कुछ ही समय बाद मुलेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली, जिससे रेखा की निजी जिंदगी को बड़ा झटका लगा।
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री रेखा की एक्टिंग जितनी ही चर्चा का विषय रही है, उतनी ही उनकी निजी जिंदगी भी चर्चा का विषय रही है। रेखा की जिंदगी में कई चुनौतीपूर्ण पल आए, खासकर उनकी शादीशुदा जिंदगी में।
मुकेश अग्रवाल के साथ शादी की दर्द भरी कहानी
1990 में रेखा ने दिल्ली के जाने-माने बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी की। यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई और कुछ ही समय बाद दोनों के रिश्ते में तनाव आने लगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के कुछ समय बाद ही रेखा ने मुकेश से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। रेखा की जिंदगी पर आधारित यासिर उस्मान की किताब ‘रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी’ में बताया गया है कि शादी के करीब 3 महीने बाद रेखा, मुकेश के साथ अपने रिश्ते से थक गई थीं।
मुकेश अग्रवाल का दुखद अंत
मुकेश अग्रवाल एक सफल व्यवसायी थे और उनकी कंपनी रसोई के उपकरण बनाती थी। रेखा की फिल्मी दुनिया की चमक और बिजनेस की दुनिया में मुकेश की जिंदगी के बीच दूरियां बढ़ने लगीं।
रेखा अपने करियर पर ध्यान देने के लिए मुंबई में रहीं, जबकि मुकेश ने दिल्ली में बिजनेस संभाला। इस दूरी के कारण दोनों के बीच तनाव बढ़ गया.
अंतिम क्षण और मुकेश की आत्महत्या
मुकेश के बिजनेस में घाटा होने के कारण वह काफी तनाव में रहने लगा। जैसे-जैसे स्थिति गंभीर होती गई, दोनों के बीच अक्सर लड़ाई होने लगी।
आख़िरकार मुलेश ने मुक्ति के लिए अपनी जान दे दी. शादी के 11 महीने बाद अक्टूबर 1990 में मुकेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। इन दुखद घटनाओं के बाद रेखा ने कभी भी अपने पति की मौत के बारे में सार्वजनिक रूप से बात नहीं की।