कौन हैं Srijana Subedi? जिनके प्यार को दुनिया कर रही सलाम

Srijana Subedi : साल 2000 में आई फिल्म ‘मोहब्बतें’ का वो गाना शायद आपने सुना हो- “आंखें खुली हों या हों बंद, दीदार उनका होता है। कैसे कहूं मैं ओ यारा, ये प्यार कैसे होता है।” ये गाना प्यार की उस भावना को बयां करता है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। अगर कोई आपसे पूछे कि प्यार कैसे होता है, तो बस ये कहानी सुना देना- ये प्यार ऐसा होता है।
कैंसर से जंग हार गए विवेक पंगेनी
नेपाल के मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विवेक पंगेनी का 19 दिसंबर 2024 को अमेरिका के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह मात्र 36 साल के थे और स्टेज-4 ब्रेन कैंसर से जूझ रहे थे।
उनके निधन ने न केवल उनके फैंस को बल्कि उनकी पत्नी Srijana Subedi को भी गहरे शोक में डाल दिया। हालांकि, सृजना का अपने पति के प्रति प्यार और समर्पण इस दुखद कहानी को अमर कर गया।
View this post on Instagram
पति के लिए समर्पण की मिसाल
Srijana Subedi और विवेक ने 8 साल के रिलेशनशिप के बाद शादी की थी। दोनों अमेरिका में थे, जहां सृजना अपनी पीएचडी की पढ़ाई कर रही थीं। लेकिन जब उन्हें विवेक की बीमारी का पता चला, तो उन्होंने अपनी पढ़ाई और बाकी सारे काम छोड़ दिए और पूरी तरह से उनकी देखभाल में लग गईं।
जब विवेक के इलाज के दौरान उनके सिर के बाल गिरने लगे, तो सृजना ने भी अपने बाल कटवा लिए। उनका ये कदम दिखाता है कि प्यार में सच्चे समर्पण का क्या अर्थ होता है। विवेक भले ही इस दुनिया से चले गए, लेकिन सृजना का प्यार, उनकी कोशिशें, और उनके बलिदान ने ये साबित कर दिया कि सच्चा प्यार कभी खत्म नहीं होता।
“तेरी जगह मौत मुझे ले जाती…”
सृजना ने अपने इंस्टाग्राम पर विवेक के साथ बिताए आखिरी दिनों के कई वीडियो शेयर किए हैं। इन वीडियोज़ को देखकर कोई भी भावुक हो सकता है। अस्पताल में, जहां विवेक मौत से लड़ रहे थे, वहीं सृजना अपने पति को जीने का हौसला दे रही थीं।

सृजना ने अपनी पोस्ट में लिखा, “अगर मौत भी आती, तो हमें साथ ले जाती।” ये शब्द उनके दर्द और उनके प्यार की गहराई को साफ-साफ बयां करते हैं। विवेक के साथ बिताए हर पल को उन्होंने जिया, मानो वो उनकी पूरी जिंदगी हो।
इस प्यार को सलाम
विवेक के जाने के बाद, सृजना ने कई ऐसे वीडियो और पोस्ट साझा की हैं, जिन्हें देखकर लोगों की आंखें नम हो जाती हैं। जिस दौर में रिश्ते छोटी-छोटी बातों पर टूट जाते हैं, उस दौर में सृजना ने सच्चे प्यार का मतलब समझाया है। उनके प्यार में कोई स्वार्थ नहीं था, सिर्फ और सिर्फ समर्पण था।
कौन हैं सृजना सुबेदी?
सृजना सुबेदी, नेपाल की रहने वाली हैं और अमेरिका में पीएचडी कर रही थीं। विवेक के साथ उनकी शादी ने उनकी जिंदगी को खुशहाल बना दिया था। लेकिन जब विवेक को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हुई, तो सृजना ने न केवल उनका साथ दिया, बल्कि अपनी हर खुशी उनके लिए त्याग दी।
View this post on Instagram
विवेक और Srijana Subedi की प्रेम कहानी आज एक मिसाल बन गई है। यह कहानी सिखाती है कि सच्चा प्यार सिर्फ खूबसूरत पलों में साथ होने का नाम नहीं, बल्कि मुश्किल समय में भी डटे रहने का नाम है।
प्यार का असली मतलब
आज जब कोई आपसे पूछे कि प्यार कैसे होता है, तो बस ये कहानी सुनाइए और बताइए- प्यार ऐसा होता है।
सृजना और विवेक की इस अमर प्रेम कहानी को सलाम, और ईश्वर से प्रार्थना है कि सृजना को इस कठिन समय में मजबूती दें।