Vadodara boat incident : वडोदरा में जानलेवा पिकनिक की कहानी, बिना लाइफ जैकेट चली नाव, झील में डूब गए 12 छात्र…
Vadodara boat incident : वडोदरा, 20 जनवरी 2024: गुजरात के वडोदरा शहर में गुरुवार सुबह हुई बोट दुर्घटना में 12 बच्चे और 2 शिक्षकों की मौत हो गई। इस घटना में 7 बच्चे अभी भी लापता हैं। घटना गुरुवार सुबह 11 बजे के आसपास हुई। वडोदरा के एक स्कूल के 14 छात्र और 2 शिक्षक हरणी झील में पिकनिक मनाने गए थे। सुबह करीब 11 बजे उनकी बोट झील के बीच में पलट गई। बोट में सवार सभी 16 लोग झील में गिर गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की टीम मौके पर पहुंची। दमकलकर्मियों ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया। करीब 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 12 छात्रों और 2 शिक्षकों के शव बरामद किए गए। 7 छात्र अभी भी लापता हैं।
Vadodara boat incident
घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बोट की क्षमता से अधिक लोगों को बैठाया गया था। इसके अलावा, बोट में लाइफ जैकेट भी नहीं थी। पुलिस का कहना है कि बोट का मालिक और ड्राइवर भी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने बोट की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा।
घटना के बाद गुजरात सरकार ने हरणी झील में बोटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने सभी झीलों और तालाबों में बोटिंग के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है। इन नियमों में बोट की क्षमता से अधिक लोगों को बोट में नहीं बैठाने पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। इसके अलावा, सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनना आवश्यक है।
सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। समिति को इस घटना के कारणों की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें करने का निर्देश दिया गया है।
Vadodara boat incident में 18 के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
वडोदरा पुलिस ने हरणी थाने में मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट के प्रबंधकों के खिलाफ लापरवाही और लापरवाही बरतने के मामले में एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने नाव के ड्राइवर और मैनेजर सहित 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उन्हें आईपीसी 304, 308, 337, 338, 114 के तहत गिरफ्तार किया है।
इस मामले में मैसर्स कोटिया परियोजना के प्रबंधक बीनीत कोटिया, हितेश कोटिया, गोपालदास शाह, वत्सल शाह, दीपेन शाह, धर्मिल शाह, रश्मीकांत सी प्रजापति, जतिनकुमार हरिलाल दोशी, नेहा डी दोशी, तेजल आशीष कुमार दोशी, भीमसिंह कुडियाराम यादव, वेदप्रकाश यादव, धर्मिन भटानी, नूतनबेन पी शाह, वैशाखीबेन पी शाह, प्रबंधक हरणी लेकजोन, शांतिलाल सोलंकी, नाव चालक नयन गोहिल, और नाव चालक अंकित शामिल हैं।
पुलिस ने इस मामले में वडोदरा महानगर पालिका के कार्यकारी अभियंता राजेशभाई रमनभाई चौहान की तरफ से एफआईआर दर्ज किया है और विभिन्न धाराओं के तहत छः, आठ, तीनतीस, तीस, और एक सौ चौबीस के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने नाव के ड्राइवर और मैनेजर को हिरासत में लिया है और उनके साथ पूछताछ की जा रही है।
16 लोगों की क्षमता, सवार थे 34 लोग
पुलिस के अनुसार, नाव की क्षमता 16 लोगों की थी। लेकिन नाव पर 34 लोग सवार थे। इसमें 27 छात्र, चार शिक्षक और नाव चालक शामिल थे। हादसे के कारणों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हादसा लापरवाही के कारण हुआ है।
समिति ने कहा है कि नाव की क्षमता से अधिक लोगों को ले जाना, मौसम खराब होने पर भी नाव को निकालना और नाव की मरम्मत ठीक से नहीं करना हादसे के प्रमुख कारण थे।
घटना के पीड़ितों के परिवारों के लिए दुख और संवेदना
हम वडोदरा बोट दुर्घटना में मारे गए छात्रों और शिक्षकों के परिवारों के साथ अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह उन्हें इस कठिन समय में शक्ति और धैर्य प्रदान करे।
**यह घटना एक दुखद याद दिलाती है कि सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। हम सभी को इन नियमों का पालन करना चाहिए और दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक करना चाहिए